विभावि के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव ने बताया कि इस कोर्स में देश भर के अभ्यर्थी नामांकन ले रहे हैं। झारखंड के विद्यार्थियों को प्रेरित करने के लिए कोर्स फी में 20 प्रतिशत की छूट दी गयी है। ताकि यहां के छात्र साइबर डिफेंश में बेहतर कर सकें। जीएसटी आदि लेकर राज्य के विद्यार्थियों को अब 75,520 रुपए लग रहे हैं। जबकि बाहर के विद्यार्थियों को जीएसटी लेकर एक लाख के आसपास कोर्स फी है।
विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग और साइबर विद्यापीठ फाउंडेशन संयुक्त रूप से एक ऑनलाइन पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर डिफेंस (साइबर रक्षक- एडवांस) कोर्स में एडमिशन की अंतिम तिथि 31 अक्तूबर है। हालांकि स्थिति को देखते हुए इसके बढ़ने की उम्मीद दिख रही है। संचालक शंशाक एस गरुरयार बताते हैं कि साइबर खतरों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए बड़ी संख्या में साइबर डिफेंस स्किल वाले युवाओं की जरूरत है। यही कारण है कि इस कोर्स को पूरा आधुनिक ढंग से डिजायन किया गया है। इस कोर्स पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक डॉ लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पंत ने भी सराहना की है।
उन्होंने कहा है कि इस पाठ्यक्रम निश्चित रूप से साइबर अपराध और रक्षा में गहरी विशेषज्ञता के साथ प्रतिभा पूल बनाने में मदद होगी। सीईआरटी-इन के निदेशक संजय बहल ने इस पहल की सराहना की है। साइबर रक्षा में स्नातकोत्तर डिप्लोमा के पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम के रूप में एक बड़ी सफलता होगी।
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