उन्होंने कहा कि राज्यपाल को चुनाव आयोग ने महीनों पहले अपना मंतव्य दे चुका है, लेकिन वे उसका खुलासा करने के लिए लगता है कि एक वक्त का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उनका पटाखा फोड़ने का बयान आता है तो धड़ाधड़ छापेमारी शुरू हो जाती है.
हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि देश की मीडिया में यह खबर चली कि राज्यपाल ने चुनाव आयोग से दूसरा मंतव्य मांगा है. यह असंवैधानिक है.
उन्होंने कहा कि जब हमने चुनाव आयोग से पूछा तो उन्होंने दूसरा मंतव्य मांगे जाने की खबर से इनकार किया. सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में रेवेन्यू बढा है और आप पिछली सरकार के कार्यकाल को देखें। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास की एक लंबी लकीर खींची जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पर राज्य के जनमानस का विश्वास बढा है और विपक्ष हाशिये पर जा चुका है. इसी का परिणाम है कि देश की भाजपा सरकार अपने विपक्षियों को देश के संवैधानिक संस्थाओं के माध्यम से परेशान करने का काम करती है और जनता द्वारा चुनी गई राज्य सरकारों को गिराने का काम कर रही है.