Chatra News: झारखंड सरकार के द्वारा नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लोए शुरू की गई “नई दिशा आत्मसर्पण नीति” के तहत कई नक्सली आत्मसर्पण कर रहे है. इससे ना केवल अपराधिक मामलें कम हुए है बल्कि नक्सली संगठनों द्वारा होने वाले हमलों पर भी लगाम लगा है.
कमलेश यादव नामक नक्सली ने चतरा जिला प्रशासन के सामने आत्मसर्पण किया है. कमलेश यादव भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर था. उसने बुधवार को पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
चतरा समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में उपायुक्त अबु इमरान, एसपी राकेश रंजन व सीआरपीएफ 190 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार की उपस्थिति में कमलेश यादव ने आत्मसमर्पण किया है. कमलेश यादव ने यह स्वीकार किया है कि एक माह पूर्व पुलिस और माओवादियों के बीच प्रतापपुर में हुई मुठभेड़ में वह शामिल था.
Chatra News: भूमि विवाद के बाद माओवादी संगठन में हुआ था शामिल
वर्ष 2014 में भूमि विवाद के बाद माओवादी संगठन में शामिल हो गया था. माना जा रहा है कि पुलिस के द्वारा लगातार माओवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बाद डर से कमलेश ने आत्मसमर्पण किया है. कमलेश यादव प्रतापपुर थाना के चरका कला गांव का रहने वाला है. चतरा, पलामू व लातेहार में आतंक के पर्याय भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी के सदस्य गौतम पासवान, जोनल कमांडर मनोहर गंझू व अरविंद भुईयां के दस्ता का सदस्य था. वह कई नक्सलियों घटनाओं में शामिल था. डीसी व एसपी ने पुनर्वास नीति ‘नयी दिशा’ के तहत उसे एक लाख रुपये का चेक सौंपा.