CM Hemant Soren :राज्य में हमारी सरकार बनने पर दो साल तक कोरोना के कारण काम नहीं हुए। महंगाई आसमान छू रही है। रोजी-रोजगार पर आफत है। ऐसे में सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है।
जिला प्रशासन की ओर से सरकार की संचालित योजनाओं की किताब प्रकाशित कराई गई है। सरकार क्या काम कर रही है वह राज्यभर के पंचायत स्तर के प्रतिनिधियों को जानकारी होनी चाहिए। इस तरह की किताब से उन्हें जानकारी मिलेगी। अनुमंडल मुख्यालय के गोसाईंबाग के मैदान में आयोजित दो दिवसीय राजकीय श्रीबंशीधर महोत्सव में बुधवार को जनसमूह को संबोधित करते सीएम हेमंत सोरेन ने यह कही।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों का जो कार्य प्रणाली था वह सिर्फ कागज में ही सिमट कर था। हमारी सरकार धरातल पर भी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का काम कर रही है। कहा कि गांव-पंचायतों में शिविर लगाकर सरकारी पदाधिकारियों को भेजा गया। गांव स्तर पर समस्याओं का समाधान का काम किया। उन्होंने कहा कि गांव में ऐसे लोग भी हैं जो कभी प्रखंड कार्यालय नहीं देखे। हमारी सरकार ने पदाधिकारियों को गांवों तक भेजा। उन्होंने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य बना तो हर जरूरतमंद को सामाजिक सुरक्षा का पेंशन देने का काम किया। पहले की सरकारों में जरूरतमंद लोग पेंशन के लिए लोग दफ्तर का चक्कर काटते थे। राज्य सरकार ने सभी विधवाओं को पेंशन देने का निर्णय लिया। सरकार का मानना है कि जबतक सामाजिक रूप से सुरक्षित नहीं होंगे राज्य का सामाजिक विकास का सपना देखना बेकार है।
उन्होंने कहा कि महंगाई आसमान छू रहा है। रोजी रोजगार पर आफत पड़ा है। देश के 80 प्रतिशत लोग सरकारी अनाज पर जीवित हैं। ऐसी स्थिति में सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास किया है। योजनाओं के माध्यम से किसानों और लोगों को समृद्ध करने का प्रयास किया गया है। बिरसा ग्राम योजना के तहत भूमिहीनों को भी लाभ दिया जा रहा है। आने वाली पीढ़ी, सामाजिक ताना बाना की सुरक्षा देने का काम सरकार कर रही है। किसान-मजदूरों को अपने पैरों पर खड़ा करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत अनुदान पर गाय, बकरी, मुर्गी आदि सरकार मुहैया करा रही है।