

CM Hemant Soren: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हजारीबाग प्रमंडल स्तरीय मेगा केसीसी वितरण कार्यक्रम में शामिल होने हजारीबाग पहुँचे थे. सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि जिनके लिए योजनाएं बनती है वे जरूरतमंद लोगों तक पहुँचती है या नहीं हम यह सबसे पहले देखते है.
उन्होंने आगे कहा की मौजूदा सरकार जो भी कार्य योजना बनाती है उनमें सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले किसान, मजदूर सहित अन्य तक कैसे योजनओं को पहुंचाते हुए उन्हें कैसे पैरो पर खड़ा करें यह हमारी प्राथमिकता होती है. सीएम ने आगे कहा है कि जब तक ग्रामीण क्षेत्र मजबूत नहीं होंगे तब तक राज्य मजबूत नहीं हो सकता है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिरसा हरित ग्राम योजना का जिक्र करते हुए कहा कि लोहरदगा जिले में इस योजना को एक प्रयोग के रूप में मनरेगा के तहत शुरू किया गया था. जिस उम्मीद के साथ बिरसा हरित ग्राम योजना को शुरू किया गया था उसका परिणाम उससे कई गुणा बेहतर मिला है. लोहरदगा में पुरुष और महिलाएं सभी फलदार पौधे लगाकर उसी संरक्षित कर रही है इसके लिए सरकार की तरफ से उन्हें हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है. सीएम ने आगे कहा कि अब तक लोग सिर्फ वन पट्टा और जमीन पट्टा का नाम सुनते आए है लेकिन अब आपकी सरकार वृक्षों का पट्टा भी स्थानीय ग्रामीणों को मिलेगा यानी कि अब परती सरकारी भूमि पर फलदार पौधे लगाने और उसे सुरक्षित रखने वालों को सरकार की तरफ से पट्टा दिया जायेगा. जमीन सरकार की होगी परन्तु उस भूखंड में लगी पेड़ो का मालिक स्थानीय ग्रामीण और किसान होंगे. उन फलदार पेड़ो से जो भी आमदनी होगी उसका सीधा लाभ हमारे किसानों और स्थानीय ग्रामीणों को होगा.
बिरसा हरित ग्राम योजना के अंतर्गत हजारों लोगों ने फलदार पौधे अपनी भूमि में लगाये हैं। वर्तमान में 1 एकड़ भूमि के लिए यह योजना लागू है। आने वाले समय में अधिक से अधिक फलदार पौधे लगे यह हमारी परिकल्पना है।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 28, 2022
सरकारी जमीन पर फलदार पौधें लगाए जायेंगे और उनसे लोगों को जोड़ा जाएगा। pic.twitter.com/UEv1TqIfpZ




