Palamu: एक तरफ जहाँ इस महामारी में डॉक्टर अपनी जान की परवाह किये बिना मरीजो का इलाज कर रहे है वही कुछ ऐसी घटनाए सामने आती है जो उनके मनोबल को तोड़ने का कान करती है. ऐसा ही कुछ मामला झारखंड के पलामू जिले में स्थित मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (MMCH Palamu) के कोविड-19 वार्ड में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की घटना सामने आई है. मारपीट की घटना में महिला नर्स और डॉक्टर का गला दबाने का प्रयास किया गया है वही एक महिला डॉक्टर के कपड़े भी फाड़ दिए गए.
अस्पताल में हुए इस मारपीट की घटना के बाद नाराज स्वास्थ्यकर्मियों ने मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (MMCH Palamu) में भर्ती कोविड-19 मरीजों का इलाज करना बंद कर दिया. मामला बढ़ने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया परंतु वह अपनी मांगों पर अड़े रहे इसके साथ ही स्वास्थ्यकर्मी करीब 2 घंटे तक हड़ताल पर रहे. मौके पर पहुंचे डीडीसी शेखर जमुआर, एसडीएम राजेश कुमार शाह, थाना प्रभारी अरुण कुमार, डीपीएम दीपक कुमार के समझाने के बाद डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी काम पर वापस लौटे.
स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हुई मारपीट को लेकर थाना प्रभारी के द्वारा जानकारी दी गई की मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र के बोरिया की एक महिला कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद 3 अप्रैल को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी. गुरुवार की सुबह 9 बजे के बाद उसकी हालत खराब हो गई. मृतक के परिजन स्वास्थ्यकर्मियों को बुलाने गए इसी दौरान दोनों पक्षों में बहस हो गई. बहस के दौरान मरीज के परिजनों ने डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की पिटाई कर दी. मारपीट की शिकार हुई नर्स रेखा कुमारी ने बताया कि उनका गला दबाया जा रहा था. वही एक महिला डॉक्टर ने कहा कि उन्हें लगातार धमकी जीत जा रही थी.
घटना के बाद मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कोविड-19 वार्ड में सशस्त्र बल की तैनाती की जाएगी वार्ड के बाहर और अंदर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. कूपन वाले अटेंडेंस को ही मरीजों से मिलने दिया जाएगा. घटना के बाद डीडीसी ने हड़ताल कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को यह आश्वासन दिया है जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा हड़ताल को खत्म कर दिया गया है.