झारखंड बिजली वितरण निगम (JBVNL) ने मार्च महीने में रिकॉर्ड 1000 करोड़ से अधिक राजस्व की प्राप्ति की। यह राज्य गठन के बाद पहली बार संभव हो पाया। इसमें पिछले कुछ महीने से किए जा रहे कार्यों का सकारात्मक परिणाम देखने को मिला। साथ ही साथ इस बार बिलिंग प्रतिशत भी 80 के पार रहा।
बीते दिसंबर में पिछली बार जेबीवीएनएल द्वारा 500 करोड़ से अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई थी। पिछले तीन माह से सीएमडी अविनाश कुमार के मार्गदर्शन में निदेशक मनीष कुमार के नेतृत्व में निरंतर 400 करोड़ से ऊपर की राजस्व की प्राप्ति की जा रही थी।
सीएम हेमंत का निर्देश व JBVNL के सीएमडी और निदेशक के सामूहिक प्रयास से बिजली विभाग ने किया बेहतर प्रदर्शन
इसमें जेबीवीएनएल के द्वारा उठाए गए कई कदम जैसे बकायेदारों को लीगल नोटिस देना, सभी लोगों को जागरूक करने के लिए स्पेशल एनीमेटेड वीडियो और पोस्टर का इस्तेमाल करना, डाटा एनालिसिस के माध्यम से ऐसे उपभोक्ताओं तक पहुंचना जहां पहले नहीं पहुंचा जा सका हो, बिजली चोरी रोकने के लिए निरंतर कार्यवाई, ऊर्जा संवाद और ऊर्जा मेला का आयोजन, दूरदराज के क्षेत्रों में राजस्व कैंप का आयोजन, सेल्फ बिलिंग ऐप इत्यादि से लोगों तक सुविधा पहुंचाना एवं लोगों की समस्याओं का निरंतर निराकरण शामिल है।
अब जेबीवीएनएल अप्रैल में वन टाइम सैटलमेंट स्कीम के क्रियान्वयन के लिए पूरी तरह से मिशन मोड में तैयारी कर रहा है। साथ ही उपभोक्ताओं के सुविधा के लिए अगले दो-तीन दिनों में एपीआई (एनर्जी पेयमेंट इंटरफेस) ऐप भी लॉंच किया जाएगा।