Skip to content
Advertisement

प्राथमिक स्तर की पढाई के बाद बालिकाओं को विद्यालय छोड़ना पड़ता है, प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत करने की मांग

देवघर/शेखर सुमन। जसीडीह नगर निगम के वार्ड नंबर 6 स्थित प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर की ढाणी लंबे समय से क्रमोन्नत नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। इस विद्यालय के 5 किलोमीटर दायरे में कोई अन्य मिडिल स्तर का स्कूल नहीं हैं। प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के बाद छात्र छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए कोसों दूर जसीडीह जाना पड़ता हैं। सबसे बड़ी परेशानी बालिकाओं के लिए होती हैं। उनको प्राथमिक स्तर के बाद विद्यालय छोड़ना पड़ता है।

Advertisement
Advertisement

क्या कहते शिक्षक:

प्रधानाध्यापक हिमांशु देव ने कहा कि हमारा विद्यालय राष्ट्रीय स्वच्छता पुरस्कार 2017-18 राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2018 तथा राजकीय स्वच्छता पुरस्कार 2018 में भी जीत चुकी है और इस वर्ष भी पूरे राज्य में स्वच्छता का प्रथम पुरस्कार 2020 में भी एक लाख जीत चुकी है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि हमारे विद्यालय के पास एक बहुत बड़ा विद्यालय प्रांगण होते हुए भी नामांकन आज के समय अच्छी और 90% की उपस्थिति है जहां प्राइवेट विद्यालय से नाम कटा कर नामांकन करा रहे हैं।

Also Read: झारखंड में स्कूल खोलने की तैयारी में राज्य सरकार, जानिए कब खुलेगी स्कूल

वही प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर के अध्यक्ष:

पुष्प नारायण झा ने कहा कि विद्यालय में प्रोन्नत कक्षा नहीं होने के कारण यहां से पास होने वाले बच्चे सभी जसीडीह विद्यालय में बड़े दूर पढ़ने जाते है। जिसमें बहुत सारी लड़कियाँ भी और विद्यालय दूर होने के कारण वो लोग अपनी पढ़ाई को जारी नहीं रख पाती है बीच में छोड़ देती है। यदि गोपालपुर स्कूल के प्रदर्शन को देखकर राज्य सरकार इस स्कूल प्रोन्नत मिडल स्कूल के रूप में कर दे तो बहुत अच्छा होगा बच्चों का भविष्य बनेगा और वो लोग अपनी पढ़ाई को जारी रख सकेंगे।

Report by: Shekhar Suman

Advertisement
प्राथमिक स्तर की पढाई के बाद बालिकाओं को विद्यालय छोड़ना पड़ता है, प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत करने की मांग 1