Jamshedpur Airport: जमशेदपुर के धालभूमगढ़ में अब एयरपोर्ट नहीं बनेगा. एयरपोर्ट बनाने के लिए वन विभाग ने जमीन देने से साफ इनकार कर दिया है। कारण बताया गया है कि जिस जगह एयरपोर्ट बनना है, वह पूरी तरह से वनक्षेत्र है।
यह इलाका एलीफेंट कॉरिडोर के तहत आता है। यदि यहां एयरपोर्ट बना दिया जाएगा तो जंगली हाथियों का विचरण पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक जिस जगह पर एयरपोर्ट और उसका रनवे बनाने का प्रस्ताव है, वह क्षेत्र जंगली हाथियों की आवाजाही का पारंपरिक मार्ग है। इलाके में हाथियों का झुंड सदियों से विचरण करता आ रहा है।
जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट के छोटा होने के कारण इसके विकल्प के रूप में धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया 2017 में शुरू हुई। धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट बनाने के लिए पहले चरण में 592 एकड़ जमीन देने की योजना बनायी गई थी। सोनारी एयरपोर्ट का रनवे छोटा है। यह दो हजार मीटर से भी कम है। वर्तमान में यहां से टाटा के निजी विमानों का परिचालन होता है। इसके विकल्प में ही धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट बनाने की योजना बनी।
धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट बनाने का काम रुक गया है। यहां वन विभाग ने एयरपोर्ट बनाने के प्रस्ताव पर आपत्तियां जतायी हैं। कहा गया है कि वन्यजीवन प्रभावित हो सकता है। इसकी जगह टाटा के सोनारी एयरपोर्ट को ही उड़ान योजना के तहत शुरू किया जाएगा। इसकी कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी हैं। वह प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है।
– केएल अग्रवाल,निदेशक, रांची एयरपोर्ट
Jamshedpur Airport: तीन शहरों से पटना और कोलकाता की उड़ान जल्द, तैयारी अंतिम चरण में
मौजूदा समय में राज्य में जमशेदपुर, बोकारो और दुमका एयरपोर्ट बनकर तैयार है। चालू वर्ष में विमान शुरू करने के लिए बोकारो और दुमका एयरपोर्ट लाइसेंस लेने की प्रक्रिया से गुजर रहा है। तीनों शहरों से उड़ान योजना के तहत कोलकाता और पटना के लिए इसी वर्ष उड़ान शुरू की जाएगी। इन शहरों के बीच उड़ान शुरू करने के लिए एलाइंस एयर, इंडिया वन और स्पाइस जेट को स्लॉट दे दिया गया है। जानकारी के अनुसार जल्द ही इन शहरों के बीच उड़ान के लिए कंपनियां समय सारिणी जारी करेंगी।
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