Jharkhand Police: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में नक्सलियों की कमर टूट रही है. राज्य लातेहार और गढ़वा जिले के बीच स्थित बुढ़ा पहाड़ नक्सलियों का गढ़ हुआ करता था लेकिन हेमन्त की पुलिस और CRPF के जवानों ने नक्सलियों का खात्मा कर नक्सल मुक्त बना दिया. अब हेमंत सोरेन की सरकार वहां विकास की योजनाएं चला रही है और उस इलाके में निवास करने वालों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही है.
राज्य सरकार के आत्मसमर्पण और पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर पांच नक्सली ने आज सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 10 लाख के इनामी नक्सली जोनल कमांडर अमरजीत यादव उर्फ टिंकू, 5 लाख के इनामी नक्सली सब जोनल कमांडर सहदेव यादव उर्फ लटन, सब जोनल कमांडर नीरू यादव उर्फ सलीम, सब जोनल कमांडर संतोष भुइयां उर्फ सुकन, नक्सली अशोक बैगा उर्फ अशोक परहिया है.
Jharkhand Police: पुलिस के भय से मुख्यधारा में लौट रहे है नक्सली, नक्सलियों के खिलाफ झारखंड निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है
हाल के दिनों में पुलिस की दबिश व उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के कैंप ने उनमें पुलिस को लेकर डर पैदा किया. पुलिस के भय से ही उन्होंने मुख्य धारा में लौटने का मन बनाया और आज आत्मसमर्पण किया. बता दें कि पिछले साल जहां नक्सलियों से तीन मुठभेड़ हुए थे, वहीं इस वर्ष अब तक चार मुठभेड़ हो चुके हैं. इस साल बीती 28 जनवरी को पुलिस से मुठभेड़ में भाकपा माओवादियों का दस्ता सदस्य राजेश बैंगा उर्फ राजेश परहिया मारा गया था. 3 अप्रैल को सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में पांच इनामी नक्सली मारे गए थे. इनमें 25-25 लाख के दो स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य गौतम पासवान व अजीत उरांव उर्फ चार्लिस के अलावा तीन सब जोनल कमांडर अमर गंझू, अजय यादव उर्फ नंदू व संजीत भुइया शामिल थे. नक्सलियों के खिलाफ झारखंड निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है और झारखंड पुलिस व सीआरपीएफ का अभियान चल रहा है.
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