झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) का राजनीतिक अंदाज कर्नाटक के नवनियुक्त मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को रास आ रहा है। दोनों के बीच बेहतर संबंध हैं और झारखंड में कांग्रेस पार्टी और हेमंत सोरेन
कर्नाटक में भाजपा को पटकनी देने के बाद कांग्रेस सत्ता हासिल करने में सफल रही है. अब कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन को फॉलो करना शुरू कर दिया है। इसकी बानगी उनका ट्वीट है, जिसमें उन्होंने मुलाकातियों से आग्रह किया है कि वे फूलों का गुलदस्ता देने की बजाय किताब भेंट करें।
मुख्यमंत्री बनने के बाद Hemant Soren ने फूलों की जगह किताबें देने का किया था आग्रह
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में भाजपा को परास्त करने के बाद झारखंड की सत्ता संभालने वाले हेमंत सोरेन ने भी कुछ ऐसी ही आग्रह मुलाकात करने आने वालों से किया था। उन्होंने लिखा था कि फूलों के बुके की जगह ज्ञान से भरे बुक मतलब अपनी पसंद की कोई भी किताब दें। मुझे बहुत बुरा लगता है कि मैं आपको फूलों को संभाल नहीं पाता।
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मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद हेमंत सोरेन ने जब गुलदस्ते की बजाय किताबें भेंट स्वरूप देने का आग्रह किया तो इसका असर भी दिखा। मुलाकात करने के लिए आने वाले लोगों ने खूब किताबें भेंट की। इसमें विभिन्न विषयों से संबंधित किताबें थी। हेमंत सोरेन ने लोगों का इसके लिए आभार जताया। वे व्यस्त समय से फुर्सत निकालकर अक्सर किताबें पढ़ते हैं। अधिक संख्या में किताबें आने के बाद उन्होंने इसे आवास में रखने की व्यवस्था भी कराई। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के मुताबिक निर्देशानुसार पुस्तकों को संभालकर रखा जाता है। विदेश से भी मुलाकात के लिए आने वाले प्रतिनिधिमंडलों ने मुख्यमंत्री को किताबें भेंट की है।
I have decided not to accept flowers or shawls from people who often give it as a mark of respect.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) May 21, 2023
This is for during both personal and public events.
People can give books if they want to express their love and respect in the form of gifts.
May all your love and affection…