Khatiyani Johar Yatra: सीएम हेमंत सोरेन खतियानी जोहार यात्रा के दूसरे चरण के दूसरे दिन गिरिडीह में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रोजगार के मसले पर कहा कि नौजवानों को धैर्य रखना चाहिए। बहुत जल्द हजारों वेकैंसियां निकलेंगी।
उन्होंने कहा कि 20 साल में इस प्रदेश में जो गंदगी फैलाई गई है उसे महज 2 वर्षों में साफ नहीं किया जा सकता। सीएम सोरेन ने कहा कि यदि 10 साल तक हमारी सरकार रही तो मैं झारखंड को गुजरात के समकक्ष ले जाऊंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हमने 3 वर्षों के कार्यकाल में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका मानदेय वृद्धि, पुलिसकर्मी क्षतिपूर्ति अवकाश और पारा शिक्षकों के मानदेय वृद्धि जैसे कदम उठाए।
Khatiyani Johar Yatra: जैनियों के लिए जब अलग धर्म कोड, फिर आदिवासियों के लिए क्यों नहीं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमने साल 2021 में ही आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड लागू करने का कानून विधानसभा से पास कराकर केंद्र के पास भेजा। पिछले साल हमने 1932 के खतियान पर आधारित स्थानीयता और नियोजन नीति संबंधी कानून भी विधानसभा से पास कराकर केंद्र के पास भेजा। इन्हें संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल करने का आग्रह किया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वो सरना धर्म कोड के जरिए देश के सभी आदिवासियों को एकत्रित करे। उन्होंने बीजेपी और केंद्र सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि दलित, आदिवासी, पिछड़ों और मूलवासियों को षड्यंत्र के तहत दबाया गया। कुचला गया। 20 साल उनका शासन रहा। क्या कारण है कि झारखंड का विकास नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि 9वीं अनुसूची में सरना धर्म कोड और स्थानीयता कानून शामिल हुआ तो ज्यादा कारगर साबित होगा।
सम्मेद शिखरजी मामलें को लेकर भी हेमंत सोरेन ने कहा कि मरांग बुरु के अस्तित्व नहीं होने की बात जो कह रहे है उन्हें कह देना चाहता हूँ कि मरांग बुरु था है और रहेगा. कोई भी ताकत इसे हटा या खत्म नहीं कर सकती है. झारखंड और आदिवासी समज का इतिहास ही आंदोलन का रहा है जरुरत पड़ी तो दिल्ली तक इस लड़ाई को लड़ा जायेगा. हम सभी धर्मों का सम्मान करते है, इसलिए दूसरे समुदाय के लोगो का भी यह फर्ज बनता है कि वो भी आदिवासी समाज का सम्मान करे. हम सभी को साथ ले कर चलने की बात करते है, बदले की भावना हमारे अंदर नहीं लेकिन हमारे अस्तित्व के साथ खिलवाड़ करने वालों को भी हम छोड़ने वाले नहीं है.
Khatiyani Johar Yatra: बीजेपी पर आंदोलनकारियों के अपमान का आरोप लगाया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी के कितने लोगों ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया। किसी ने नहीं। उन्होंने बीजेपी पर आंदोलनकारियों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे पीछे ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी ना जाने कैसी-कैसी जांच एजेंसियां लगाई गईं। वे नाक लगाकर सूंघते रहते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में हजार से भी ज्यादा जगहों पर छापेमारी की गई। जिनके पास मकई का दाना तक नहीं मिलता उनको जेल में डाल दिया जाता है। जिनके पास पैसा निकलता है वह बीजेपी का रिश्तेदार निकलता है। इसलिए, उसे छोड़ दिया जाता है। भाजपा सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है लेकिन झारखंड में उनकी दाल नहीं गल रही है. हर बार उनकी झारखंड विरोधी मंशा को हम विफल कर राज्य को आगे लेकर जा रहे है. कुछ दिनों पहले आपने देखा होगा कि ईडी ने समन भेज कर बुलाया था लेकिन कुछ मिला नहीं तो अलग-अलग तरीके से मेरा नाम घसीटने की कोशिश की जा रही है.