झारखंड भाजपा के नवनियुक्त प्रवक्ता और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने राज्य की हेमंत सरकार पर बालू के अवैध कारोबार को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. कुणाल ने कहा है कि NGT क नियम ये कहता है कि मॉनसून के समय बालू का खनन नहीं किया जा सकता है. फिर भी राज्य सरकार ने आदेश दिया है की ट्रैक्टरों से बालू की ढुलाई होगी। ये एक गलत निर्णय है.
कुणाल ने कहा कि NGT के नियमो को नज़रअंदाज करके राज्य सरकार बालू के अवैध खनन और ढुलाई को संरक्षण दे रही है. राज्य सरकार ने ट्रैक्टरो से बालू आपूर्ति का निर्देश निकला है, जिससे बालू के दामों में भरी इजाफा होगा। लम्बी दुरी तक बालू पहुँचाने के लिए जब ट्रैक्क्टरो का इस्तेमाल होगा तो दाम बढ़ने लाजमी है.
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राज्य की हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कुणाल ने कहा कि चिट्ठी निकालकर ट्रेक्टरों से बालू ढुलाई की बाध्यता का निर्णय कृत्रिम_क़िल्लत उत्पन्न करने की सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा लगता है। इससे बालू की क़ीमतें बढ़ेंगी। साथ ही ये भी कहा है कि राज्य सरकार में बैठे कुछ लोग और चंद बालू माफियाओ की सांठगांठ को दर्शाता है.
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बता दें की NGT का आदेश ये कहा है कि मॉनसून के समय यानी 16 जून से 15 अक्टूबर तक किसी भी प्रकार से बालू का खनन नहीं होना चाहिए। लेकिन राज्य सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि जिन स्थानों पर बालू की डंपिंग की गयी है वहां से साइड तक बालू की ढुलाई सिर्फ ट्रैक्टर के माध्यम से होगी। जिसके बाद ट्रक मालिकों द्वारा इसका विरोध भी किया जा रहा है.