घाटशिला से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रामदास सोरेन 4 घंटे का सफर पूरा कर पहाड़ों के रास्ते होते हुए तकरीबन 15 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ही वह गांव पहुंच पाए इस गांव में आज तक बिजली, स्वच्छ पानी और सड़क नहीं बन पाई है. आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस गांव की सुध नहीं ली. इस गाँव के लोग मानो काला पानी की सजा काट रहे हो.
गांव पहुंचने पर विधायक रामदास सोरेन का जोरदार स्वागत किया गया, वही टॉर्च लाइट के सहारे उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनी बैठक में उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अब यह गांव विकास से दूर नहीं रहेगा धीरे-धीरे करके सारी जरूरतों को पूरा किया जाएगा. दरअसल, विधायक रामदास सोरेन यहां 500 फीट का पीसीसी उद्घाटन करने पहुंचे थे जहां ग्रामीणों ने उन्हें अपनी समस्याएं सुनाएं ग्रामीणों ने विधायक के सामने कहा कि आखिर हम किस तरह से इस काला पानी जैसी सजा को काटते रहे? ग्रामीणों ने अपनी आपबीती विधायक को सुनाते हुए कहा कि इस गांव में यदि कोई बीमार पड़ता है तो लोग समझते हैं कि वह मर गया है क्योंकि बीमार व्यक्ति को यहां से ले जाना संभव नहीं होता है आज तक ना हमें बिजली की सुविधा मिली है और ना ही सड़क की सुविधा मिली है.
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विधायक रामदास सोरेन के गांव पहुंचने से ग्रामीणों में एक उम्मीद की किरण दिखी है ऐसा माना जा रहा है कि अब वह दिन दूर नहीं जब इस गांव में बिजली सड़क और पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध होगा स्थानीय नेता कानू सामंत का कहना है कि आने वाले 1 साल में सूर्याबेड़ा गांव की तकदीर बनेगी और इसकी तस्वीर बदलेगी विधायक इस गांव को हर एक सुविधा उपलब्ध कराएंगे जो शहर के लोगों को मिलती है.