बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बरहेट थाना प्रभारी द्वारा युवती से किये गए मारपीट मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है. प्रतुल शाहदेव ने थानेदार हरीश पाठक को बचाने का आरोप राज्य सरकार पर लगाया है. मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद हरीश पाठक को सस्पेंड कर दिया गया है.
Also Read: निशीकांत दूबे के समर्थन में उतरे बाबूलाल, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
क्या था पूरा मामला:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के थानेदार हरीश पाठक ने एक युवती के साथ अभद्र व्यवहार किया था.थानेदार ने युवती को पहले मारा और फिर गंदी-गंदी गालियाँ भी दी. इससे सम्बंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया और डीजीपी को मामले की जांच कर पुलिसकर्मी पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
Also Read: CM ने युवती को पीटने पर लिया था संज्ञान, निलंबित बरहेट थानेदार पर स्पीडी ट्रायल होगी कार्रवाई
प्रतुल ने कहा, पाठक के ऊपर जमानतीय धारा लगाना शर्मनाक:
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्य सरकार को आड़े-हाथों लेते हुए आरोप लगाया की पूर्व थानेदार हरीश पाठक को बचाने की कोशिश की जा रही है. थाना परिसर में युवती की पिटाई कर भद्दी भद्दी गालियां देने वाले और पद का दुरुपयोग करने वाले पूर्व थानेदार हरीश पाठक के ऊपर जमानतीय धारा लगाया गया है जो की बेहद ही शर्मनाक है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए प्रतुल शाहदेव ने कहा है की मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई की बात की थी, लेकिन जिस प्रकार से जमानतीय धारा लगाई गई है वो बताता है की राज्य सरकार महिलाओ के प्रति संवेदनशील है और सरकार का महिलाओं के आत्मसम्मान के प्रति नजरिया क्या है.
Also Read: आदिवासी संगठनों का निर्णय, सरना स्थल से मिट्टी उठाने वाले भाजपा नेताओ का सामाजिक बहिष्कार
पूर्व थानेदार हरीश पाठक को गिरफ्तार करने की मांग:
प्रतुल शाहदेव ने हरीश पाठक पर लगाए गए धाराओं पर सवाल खड़े करते हुए, हरीश पाठक को गिरफ्तार करने की मांग की है. उन्होंने कहा की जिस प्रकार से कार्रवाई की जा रही है वो दुर्भग्यपूर्ण है.
Also Read: झारखंड कांग्रेस के विधायको का दिल्ली दरबार में गुहार, सरकार में नहीं सुनी जाती
निलंबित थानेदार को स्पीडी ट्रायल से दिलाई जायेगी सजा:
युवती से मारपीट, गाली-गलौज मामले में निलंबित किए गए थानेदार इंस्पेक्टर हरीश पाठक पर आपराधिक मुकदमा दर्ज होगा और स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाई जाएगी। थाने में घटी इस घटना के बाद से ही डीजीपी एमवी राव गंभीर हैं। उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री को जानकारी दी है कि इस पूरे प्रकरण की बड़हरवा के एसडीपीओ ने जांच की थी। डीजीपी एमवी राव ने साहिबगंज के एसपी को इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है।