Rupa Tirkey Case: झारखंड के साहिबगंज जिले की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की के खुदकुशी मामले को लेकर रविवार को उनके घर वालों का बयान लेने के लिए साहिबगंज एसडीपीओ राजेंद्र कुमार दुबे रांची के रातू थाना पहुंचे थे. लेकिन घर वालों ने थाने जाकर बयान देने से इनकार कर दिया.
रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव ने फोन पर जवाब देते हुए पुलिस से कहा कि घर पर आकर बयान ले सकते हैं. इस पर एसडीपीओ ने भी घर जाकर बयान लेने से साफ इंकार कर दिया. इसके बाद रातू थाने के चौकीदार संदीप गोप के हाथों रूपा तिर्की के पिता, मां और बहन को नोटिस भिजवाया गया इसमें बयान दर्ज कराने को कहा गया है. रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव ने नोटिस का जवाब नहीं देकर दो टूक कहा कि परिवार में उनके अलावा अन्य तीन महिलाओं का भी बयान दर्ज कराना है. मौत के बाद घर की महिलाएं बाहर जाकर बयान दर्ज कराने की स्थिति में नहीं है इसलिए परिवार के लोगों का बयान रातू के टेंडर बगीचा आवास में आकर दर्ज करा सकते हैं.
Also Read: सब इंस्पेक्टर रूपा तिर्की की आत्महत्या मामले का SIT ने किया खुलासा, बताया ऐसे हुई थी मौत
रूपा तिर्की के पिता के द्वारा यह बातें कहीं जाने के बावजूद एसडीपीओ ने घर जाकर बयान दर्ज नहीं किया. एसडीपीओ बिना बयान दर्ज किए ही थाने से वापस लौट गए. दूसरी तरफ आदिवासी जन परिषद की ऑनलाइन बैठक का आयोजन रविवार को किया गया जिसकी अध्यक्षता विष्णु मुंडा ने की इसमें केंद्रीय अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा और युवा अध्यक्ष सोमदेव करमाली ने झारखंड के ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बातें रखी है. साहिबगंज जिला की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की को अविलंब न्याय देने की मांग की गई. सर्वसम्मति से तय किया गया कि इस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग तेज की जाएगी साथ ही आदिवासी जन परिषद का प्रतिनिधिमंडल रूपा तिर्की के परिजनों से मुलाकात करेगा. सीबीआई की जांच की मांग को लेकर आदिवासी जन परिषद 19 और 20 मई को पूरे झारखंड में विरोध प्रदर्शन करेगी इसमें कोरोना के गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखा जाएगा.