झारखंड के हजारीबाग जिले में स्थित विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले दिनों में ट्राइबल स्टडी सेंटर का निर्माण किया जाएगा. इसे लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है. ऐसा माना जा रहा है कि यह भारत का पहला ट्राइबल स्टडी सेंटर होगा. विनोबा भावे विश्वविद्यालय में बनने वाले ट्राइबल स्टडी सेंटर को दो चरणों में बनाया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग में इस सेंटर का शिलान्यास किया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि सेंटर फॉर ट्राईबल स्टडीज बनने से यहां के समाज और संस्कृति को विस्तार से जानने और आने वाली पीढ़ियों तक समाज के संस्कारों को पहुंचाने में मदद मिलेगी. झारखंड अपनी सभ्यता और संस्कृति के लिए पूरे देश में जाना जाता है. यह आदिवासी जनजातीय बहुल क्षेत्र है कई ऐसे जनजाति भी है जो अभी विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गई है उन्हें संरक्षित करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं.
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विनोबा भावे विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर ट्राइबल स्टडीज केंद्र बनेगा. इसे लेकर फंड भी विश्वविद्यालय में आ चुका है. दो चरण में यह सेंटर बनाया जाएगा. इस सेंटर के निर्माण के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव भी काफी उत्साहित है. कुलपति ने कहा कि यहां यूनिक सेंटर बनने जा रहा है क्योंकि झारखंड ट्राईबल के लिए पूरे देश में जाना जाता है अब उनके इतिहास के बारे में लोग जान पाएंगे. यही नहीं कई ऐसी सभ्यता और संस्कृति भी है जो इतिहास के पन्नों में दफन हो गई है उनकी भी जानकारी लोगों को इसके जरिए मिलेगी. इसके साथ ही साथ म्यूजियम भी बनाया जाएगा यह एक बहुउद्देशीय केंद्र होगा. प्रथम चरण में 6 से 8 को रुपए में भवन का निर्माण होगा. इसको लेकर विश्वविद्यालय परिसर में जमीन भी उपलब्ध करा दी गई है.