Skip to content
Advertisement

बहुत खतरनाक है कोरोना, मानव शरीर के इन अंगों पर होता है सीधा असर

Shah Ahmad

भारत सहित पूरी दुनिया कोरोना महामारी से ग्रसित है. तेजी से बढ़ते कोरोना के मामले में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है. कोरोना वायरस को ठीक करने के लिए अभी तक कोई वैक्सीन तैयार नहीं हुई है लेकिन शारीरिक दुरी और सतर्कता अपनाने से कोरोना को मात दिया जा रहा है.

Advertisement
Advertisement

न्यूयॉर्क के डॉक्टरों ने मरीजों की रिपोर्ट्स के आधार पर कहा है कि कोरोना वायरस न सिर्फ इंसान के फेफड़ों पर हमला करता है बल्कि किडनी, लीवर, हार्ट, ब्रेन, नर्वस सिस्टम, स्किन और Gastrointestinal Tract को भी नुकसान पहुंचाता है. न्यूयॉर्क कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित होने वाले शहरों में शामिल है.

Also Read: पुरे भारत में पिछले 24 घंटों में आए 28 हजार से ज्यादा मामले, 22,674 लोगों की हो चुकी है मौत

न्यूयॉर्क सिटी के कोलंबिया यूनिवर्सिटी इरविंग मेडिकल सेंटर के डॉक्टरों की टीम ने अपने मरीजों के साथ-साथ दुनियाभर के अन्य मेडिकल टीम के पास मौजूद रिपोर्ट्स की भी समीक्षा की. कुछ महीने पहले इरविंग मेडिकल सेंटर में बड़ी संख्या में कोरोना मरीज भर्ती हुए थे. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों ने कोरोना मरीजों की रिपोर्ट की समीक्षा के बाद पाया कि यह वायरस इंसान के लगभग हर महत्वपूर्ण अंग को निशाना बनाता है. कोरोना वायरस सीधे मरीजों के अंगों को क्षतिग्रस्त कर देता है और खून जमने लगता है. धड़कन प्रभावित होती है, किडनी से ब्लड आने लगते हैं, स्किन पर रैश दिखते हैं.

Also Read: झारखंड में कोरोना से रविवार को 3 लोगो की मौत, राज्य में 162 नए पाॅजिटिव मामले भी मिले

शरीर के विभिन्न अंगों पर कोरोना के हमले की वजह से मरीजों को सिर दर्द, चक्कर आना, मांसपेशियों में दर्द, पेट में दर्द और अन्य तकलीफें होने लगती हैं. इसके साथ-साथ फेफड़ों में संक्रमण की वजह से कफ और बुखार भी होता है. रिव्यू टीम में शामिल कोलंबिया यूनिवर्सिटी की कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. आकृति गुप्ता ने कहा कि कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को यह ध्यान रखना चाहिए कि यह एक मल्टीसिस्टम बीमारी है. उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों की अच्छी संख्या है जो किडनी, हार्ट और ब्रेन डैमेज से जूझते हैं, इसलिए डॉक्टरों को फेफड़ों के संक्रमण के साथ-साथ अलग-अलग दिक्कतों के लिए भी ट्रीटमेंट करना चाहिए।

Also Read: अनुपम खेर की माँ, भाई, भाभी और भतीजी हुए कोरोना पॉजिटिव, मां दुलारी अस्पताल में भर्ती

कोरोना वायरस मरीजों के दिमाग पर भी सीधे हमला करता है. हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि वेंटिलेटर पर लंबे वक्त तक रखे जाने वाले मरीजों को ट्रीटमेंट वाली दवाइयों से भी नुकसान हो सकता है और उनमें न्यूरोलॉजिकल इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं. बता दें कि अब तक दुनिया में कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 12,728,966 से अधिक हो चुकी है. वहीं, 565,351 लोगों की कोरोना से जान भी जा चुकी है

Advertisement
बहुत खतरनाक है कोरोना, मानव शरीर के इन अंगों पर होता है सीधा असर 1