भारत में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की सांख्य में तेजी से इजाफा हो रहा है. यह इजाफा इतनी तेजी से हो रहा है कि अब भारत अमेरिका से भी आगे हो चूका है.
भारत में प्रत्येक दिन कोरोना वायरस के मिलने वाले मरीजों की दर 3.6% हो गई है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। दुनिया भर में सबसे ज्यादा मरीज अमेरिका में है. अमेरिका में कोरोना वायरस के 39 लाख मरीज है और वहाँ 1.8% कि दर से कोरोना के मरीज मिल रहे है. यानी भारत से आधी रफ़्तार से अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
भारत में अब मरीज दोगुने होने में सिर्फ 19 दिन लग रहे हैं। एक महीने पहले तक 25 दिन लग रहे थे। अभी देश में 11 लाख से ज्यादा मरीज हैं। इस हिसाब से देखें तो 8 अगस्त तक देश में 22 लाख मरीज हो सकते हैं। आगे भी यह रफ्तार कम नहीं पड़ी तो अगस्त के अंत तक देश में कुल 44 लाख कोरोना मरीज हो सकते हैं। भारत में 1 जुलाई से 19 जुलाई के बीच कुल 5.37 लाख नए मरीज मिले।
देश में 8 जुलाई तक एक बार भी नए मरीजों का आंकड़ा 25 हजार से ऊपर नहीं गया था। लेकिन, अब रोज 35 हजार से ज्यादा नए मरीज मिलने लगे हैं। 18 जून को सक्रिय मरीजों की बढ़ने की दर 2.1% तक गिर गई थी। जबकि, लॉकडाउन-1 में यह दर 25% के करीब थी.
एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि देश में कोरोना के नए मरीजों के मिलने की रफ्तार बढ़ती जा रही है। ऐसे में कई राज्य अधिक प्रभावित इलाकों में दोबारा लॉकडाउन तो कर रहे हैं, मगर साथ ही नए मरीजों को संस्थागत क्वारैंटाइन के बजाय होम आइसोलेशन में रख रहे हैं। बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखना खतरनाक है।