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क्या बाबूलाल को नहीं बताना चाहिए निशिकांत दुबे की जान को किससे है खतरा?

News Desk

भाजपा के गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के गोड्डा सांसद को वाई प्लस सुरक्षा देने का निर्देश दिया है, लेकिन राज्य में उन्हें वाई प्लस सुरक्षा घेरा नहीं मिल रहा है। ऐसे में इस मामले में भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। इससे पहले निशिकांत दूबे ने सुरक्षा नहीं मिलने पर डीसी देवघर व राज्य सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए थे।

उन्होंने सीएम को लिखा है कि निशिकांत को वाई प्लस सुरक्षा देने का आदेश का अनुपालन बीते सालों से नहीं हो रहा है। सुरक्षा की कमी की कई शिकायतें व पूर्व की घटनाओं से यह प्रतीत होता है कि निशिकांत को सुरक्षा नहीं देने की साजिश से उन्हें जानमाल का नुकसान हो सकता है। उन्हें सुरक्षा दी जाए अन्यथा जिम्मेदारी देवघर डीसी, जिला प्रशासन व राज्य सरकार की होगी।

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ऐसे में सवाल यह भी उठता है की झारखंड में अन्य 13 सांसद है जिनमें से भाजपा के 2 केंद्रीय मंत्री के पदों पर काबिज है और उन्हें सरकार की तरफ से व्यापक सुरक्षा प्रदान की जा रही है लेकिन अन्य 11 सांसद ऐसे है जिन्हें बराबर की सुरक्षा मिल रही है. बाबूलाल मरांडी के भाजपा में वापस आने के बाद निशिकांत दुबे उनके चहेते बन चुके है, बाबूलाल की कृपा उनपर खूब बरस रही है तभी तो भाजपा के अन्य सांसदों की सुरक्षा से उन्हें कोई मतलब नहीं लेकिन निशिकांत को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री तक को पत्र लिख दिया है. आखिर बाबूलाल को यह भी बताना चाहिए की निशिकांत दुबे को आखिर खतरा किससे और क्यूँ है? सवाल यह भी उठता है की भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता और लोकसभा के सांसदों के प्रति बाबूलाल की संवेदना कब जागेगी या उनकी जी-हुजूरी करने वाले नेताओं को ही सुरक्षा मिलनी चाहिए?