कोरोना महामारी से पूरा देश बेहाल है, देश की सरकार हो या राज्य की सरकारे सभी के सामने कोरोना से निपटने की चुनौती है. महामारी की रोकथाम के लिए टेस्टिंग अभी भी सरकारों के सामने बड़ी समस्या बनी हुई है। लेकिन आईआईटी खड़गपुर के शोधकर्ताओ ने एक ऐसी तकनीक का इजात किया है जिसकी मदद से घंटे भर में कोरोना का टेस्ट हो सकेगा।
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आइआइटी खड़गपुर के शोधकर्ताओं ने कमाल की टेक्नॉलजी खोजी है। शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि इस टेक्नॉलजी की मदद से कोरोना का रैपिड टेस्ट किया जा सकता है। इसके जरिए कोरोना टेस्ट के नतीजे पहले के मुकाबले काफी कम समय में हासिल किए जा सकते हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि यह एक कस्टोमाइज्ड स्मार्टफोन ऐप्लीकेशन है, जिसकी मदद से एक घंटे में बिना किसी मैनुअल इंटरप्रिटेशन के कोरोना टेस्ट का रिजल्ट हासिल किया जा सकता है।
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आइआइटी की इस अद्भुत खोज से कोरोना टेस्ट बढ़ाने की दिशा में काफी मदद मिल सकती है। स्वास्थ्य विभाग इसे अच्छे संकेत के तौर पर ले रहा है। डिवाइस हर किसी के लिए सुलभ भी होगी क्योंकि इसकी कीमत भी बेहद मामूली है। शोधकर्ताओं ने बताया कि इस अल्ट्रा-पोर्टेबल डिवाइस की कीमत सिर्फ 400 होगी।
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कोरोना की रोकथाम के लिए टेस्टिंग को सबसे अहम उपाय माना जा रहा है। हालांकि, इसके बावजूद बहुत से राज्य टेस्टिंग को लेकर जूझते नजर आ रहे हैं। कई टेस्टिंग के तरीके काफी महंगे भी हैं, जो हर किसी के लिए सुलभ नहीं हैं। चीन के वुहान से फैले इस वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में छाया हुआ है। इस वक्त वक्त वैश्विक स्तर पर संक्रमितों का आंकड़ा 1 करोड़ 56 लाख 65 हजार के पार पहुंच गई है।