झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahato) ने कहा है कि बिहार में बिहारी तो झारखंड में झारखंडी व्यक्ति को नौकरी में प्राथमिकता क्यों नहीं। उन्होंने स्थानीय युवाओं से अपील की कि स्थानीय नीति का लाभ के लिए आपको मेहनत करना होगा। इस नीति का फायदा उठाने के लिए पढ़ाई आवश्यक है। इसके लिए नियमित स्कूल-कालेज आना होगा। इसके बगैर नौकरी संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही सरकार 50 हजार शिक्षकों की नियुक्ति करने जा रही है। इसके बाद विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षक हो जाएगा। वे बुधवार को जगरनाथ महतो इंटर कॉलेज, मंझलाडीह में आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि झारखंड में 80 मॉडल स्कूल जिला और प्रखंड स्तर पर संचालित होंगे। इन विद्यालयों में खोरठा, आदिवासी, संताली जैसी जनजातीय भाषा की पढ़ाई होगी। इन विषयों की पढ़ाई होने से झारखंडियों को सुलभता से नौकरी मिल पाएगी।
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झारखंड वासियों को 100 यूनिट मुफ्त बिजली मिल रही है:
उन्होंने कहा कि पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को तो सरकार पुरस्कृत कर ही रही है, शिक्षकों के लिए भी बहुत अच्छा पुरस्कार उन्होंने सोच कर रखा है, जल्द ही बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि राज्य में 100 यूनिट तक बिजली माफ है। ऐसे में सभी से अनुरोध है कि वे इसका दुरुपयोग न करें। दिन में बल्ब न जलाएं, बिजली बचाने का प्रयास करें। डीवीसी झारखंड में बिजली की कटौती कर यहां के लोगों को परेशान करने का काम कर रहा है। मैंने उसे पहले भी चेताया है कि झारखंड में एक भी पावर प्लांट को नहीं चलने दिया जाएगा।
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