बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल किस कदर ख़राब है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना जाँच के लिए भूखे-प्यासे लोगो को आठ घंटे खड़ा रहना पड़ा. इतना ही नहीं इससे भी बड़ी लापरवाही तब सामने आई जब बिना जाँच किए मोबाइल पर जाँच की सुचना आ गई.
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कहाँ का है मामला:
मामला सोमवार का है जब, बिहार के भागलपुर जिले के सदर अस्पताल में तक़रीबन दर्जन भर से अधिक लोग कोरोना की जाँच कराने के लिए गए थे. अस्पताल के आउटडोर के पास जाँच कराने के लिए लोगो की भीड़ बढ़ती गई. शाम के 4 बजे तक भी कतार में लगे लोगो की जाँच नहीं हो पाई थी.शाम के तक़रीबन 5 बजे तक जाँच के लिए सैंपल नहीं लिया गया था. भूखे-प्यासे खड़े रहने के बाद लोगो के सब्र का बांध टुटा और सिविल सर्जन कार्यालय के सामने हंगामा करने लगे. अस्पताल प्रबधन कि तरफ से हंगामा करने के बाद सैंपल लिया गया.
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बिना जाँच कराए लौट गए लोग:
मिली जानकारी के अनुसार तकनीशियन के देरी से पहुँचने के कारण सैंपल लेने में देरी हुई थी. तकनीशियन कि तैनाती कई प्रखंडो में हो रही है जिस वजह से देरी होती है. तकनीशियन देर से आने के कारण कई लोग बिना जाँच करावे ही वापस लौट गए. इसके अलावा एक अन्य घटना सामने आई. कोरोना जाँच के लिए कई लोगो कि सैंपल लिया ही नहीं गया था उस वक्त उनके मोबाइल में जाँच होने का मैसेज आ गया था. इस तरह की घटना बिहार के स्वास्थ्य विभाग कि पोल खोलती है.