झारखंड विधानसभा चुनाव फ़तेह करने के बाद अब सबकी की निगाहे इस वर्ष के आखिर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर है. सत्ताधारी एनडीए गठबंधन जहाँ के बार फिर सत्ता में काबिज होने उतरेगा वही राजद-कांग्रेस और झामुमो गठबंधन जदयू और भाजपा को सत्ता से बेदखल करने उतरेगा।
बिहार विधानसभा का चुनाव 2020 के आखिर में यानी नवंबर के महीने में होने की उम्मीद है क्यूंकि 2015 में चुने गए वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर 2020 को समाप्त होगा। इस बार चुनाव में जेडीयू के नेतृत्व वाले एनडीए और आरजेडी के नेतृत्व वाले यूपीए के बीच दिलचस्प लड़ाई होगी। सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि पार्टी फिलहाल बिहार में 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की रणनीति पर काम कर रही है।
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा 12 विधानसभा सीटों तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रूपौली, रामपुर, बनमनखी, जमालपुर, पीरपैंती और चकाई पर प्रत्याशी उतारने की तैयारी में जुटा है। झामुमो राजद के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा होगा।