JAC board Exam 2021: झारखंड में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के कारण झारखंड एकेडमिक काउंसिल के द्वारा मैट्रिक और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया है. बोर्ड परीक्षा की नई तारीखों सहित परीक्षा लेने और विद्यार्थियों को परीक्षा नहीं लिए जाने के बाद पास करने जैसे तमाम मुद्दों पर आगामी 1 मई को चर्चा होने की संभावना है.
झारखंड में पहली कक्षा से लेकर 8वीं तक के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट करने का फैसला लिया गया है. उसी तर्ज पर 9वीं और 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों की भी परीक्षा नहीं होगी. इन दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियों को भी अगली कक्षाओं में प्रमोट किया जाएगा. परंतु इस पर अंतिम निर्णय राज्य सरकार को लेना है. आने वाले दिनों में इसकी घोषणा भी की जा सकती है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा लेने को छात्र हित में बताया है.
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राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की दर को देखते हुए मैट्रिक और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा पर अंतिम निर्णय राज्य सरकार को लेना है. किसी कारणवश अगर मैट्रिक की परीक्षा नहीं होती है तो छात्र-छात्राओं को पास करने के लिए 9वीं कक्षा के रिजल्ट को आधार माना जा सकता है. मैट्रिक की परीक्षा देने वाले विद्यार्थी पिछले साल 9वीं की परीक्षा पास कर 10वीं में गए है. रिजल्ट को आधार माना जाएगा ऐसे में 9वीं कक्षा की ओएमआर शीट पर हुई परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर डिवीजन दिया जा सकता है.
बता दें कि साल 2020 के नवंबर महीने में झारखंड एकेडमिक काउंसिल के द्वारा मैट्रिक के विद्यार्थियों के लिए संशोधित सिलेबस जारी किया गया था. 21 दिसंबर से अभिभावकों की सहमति पर उन्हें स्कूल भी बुलाया गया इस दौरान ना तो उनकी मिड टर्म की परीक्षा ली गई और ना ही किसी प्रकार का स्कूल स्तर पर टेस्ट हुआ. ऐसे में मैट्रिक की परीक्षा लेने या 9वीं के रिजल्ट के आधार पर परिणाम जारी करने का ही विकल्प है. विद्यार्थियों के जीवन में मैट्रिक की परीक्षा का महत्व सबसे बड़ा है करियर के लिहाज से यह पहला एकेडमिक पड़ाव है इसलिए परीक्षा का होना अतिआवश्यक है. मैट्रिक की परीक्षा में इस बार 4.30 लाख परीक्षार्थी शामिल होने हैं. हालांकि, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा नहीं लेने का निर्णय लिया है. सीबीएसई बोर्ड स्कूलों से राय ले रही है कि किस आधार पर छात्र-छात्राओं को पास किया जाए. वही, बोर्ड और स्कूल में हुए इंटरनल असेसमेंट के आधार पर 10वीं की परीक्षा पास करने का निर्णय लिया जा रहा है.
झारखंड सरकार के दूसरे राज्यों की बोर्ड परीक्षा पर भी नजर बनाए हुए हैं. कई राज्यों ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते हुए मामलो को लेकर परीक्षा स्थगित की है. कोरोना वायरस संक्रमण कम होने पर संबंधित राज्य परीक्षा लेने पर निर्णय ले सकते हैं. झारखंड सरकार राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण का मामला कम होने पर निर्णय ले सकती है. फिलहाल राज्य में 1 सप्ताह का स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की घोषणा की गई थी जिसकी अवधि बढ़ाकर 6 मई तक कर दी गई है.