झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में पिछले 27 दिनों से होमगार्ड और जिला पुलिस के सफल अभ्यर्थी धरने पर बैठे हैं उनकी मांग है कि सरकार के द्वारा जो नियुक्तियां बची रह गई थी साथ ही जिन का चयन सूची जारी नहीं किया गया है जल्द से जल्द जारी कर उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाए परंतु शनिवार की देर रात धरना दे रहे अभ्यर्थियों को प्रशासन ने मोरहाबादी मैदान को खाली करने का आदेश देते हुए उन्हें खेल गांव में अस्थाई जेल में शिफ्ट कर दिया.
आधी रात को अभ्यर्थियों और पुलिस बल के बीच हुए हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद रविवार को भी खेल गांव में बनाए गए अस्थाई जेल के पास अभ्यर्थियों से मिलने के लिए बीजेपी के नेता पहुंचे लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें नियमों का हवाला देते हुए मिलने से साफ मना कर दिया जिसके बाद अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल को बाहर बुलाकर बीजेपी के नेताओं से मिलवाया गया अभ्यर्थियों से मिलने के बाद भाजपा के नेताओं ने हेमंत सरकार पर जमकर आरोप लगाएं.
Also Read: BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुबर दास के बयान से व्यपारियों में भड़का गुस्सा, जानिए ऐसा क्या बोल गए
बता दे कि 29 दिसंबर को हेमंत सरकार के 1 वर्षों का कार्यकाल पूरा हो रहा है इस दिन सरकार की तरफ से रांची के मोरहाबादी मैदान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिस वजह से वहां धारा 144 लागू कर दी गई है. धारा 144 लागू होने के कारण धरना दे रहे अभ्यर्थियों को खेल गांव में बने अस्थाई जेल में शिफ्ट किया जा रहा था तभी दोनों पक्षों के बीच तू-तू मैं-मैं की स्थिति उत्पन्न हो गई जिसके बाद पुलिस के द्वारा अभ्यर्थियों पर हल्की लाठियां भी बताई गई.
Also Read: हेमंत सरकार की पहली वर्षगांठ पर मोरहाबादी में आयोजित होगा कार्यक्रम, सीएम ने लिया जायजा
अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे रांची के विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह एवं हटिया विधायक नवीन जायसवाल के साथ पुलिस की भी नोकझोंक हुई बीजेपी नेताओं का कहना था कि अब व्यक्तियों से मुलाकात करना उनकी राजनीति जिम्मेदारी है लेकिन बार-बार जिला प्रशासन से अनुरोध करने के बावजूद भी बीजेपी नेताओं को अभ्यर्थियों से मुलाकात करने की अनुमति नहीं दी गई तो उन्होंने सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.