मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भगवन जगन्नाथ की पूजा की और राज्य के सवा तीन करोड़ जनता की कुशलता की कामना भी की है. उन्होंने मंदिर के बाहर से ही दर्शन किया। समस्त अनुष्ठान मंदिर में ही संपन्न कराए गए। नियमित पूजा के बाद लक्ष्यार्चना पूजा की गई। करीब एक घंटे तक लक्ष्यार्चना पूजा में भगवान विष्णू की भव्य पूजा की गई।
आज ऐतिहासिक जगन्नाथ रथ यात्रा है। लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ऐसा पहली बार हो रहा है कि रांची में भगवान जगन्नाथ अपनी मौसी के घर मौसीबाड़ी नहीं जा रहे हैं। मंदिर में ही प्रतीकात्मक रूप से अनुष्ठान संपन्न हुई।
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राँची स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में रांची के सांसद संजय सेठ, पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय आदि नेताओ ने भी पहुँच कर पूजा-अर्चना की. रांची के सांसद संजय सेठ ने जगन्नाथपुर मंदिर जाकर पूजा अर्चना की।
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आम जन भगवान का दर्शन नहीं कर पायेंगे। एक जुलाई को मंदिर परिसर में ही घुरती रथ यात्रा की रस्म पूरी की जाएगी। इधर, मंदिर में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित है। खास लोगों को ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। खास बात ये है कि लक्ष्यार्चना पूजा में पारंपरिक परिधान धोती में ही पूजा पर बैठने की अनुमति है।