Koderma: आज हम आपको एक ऐसे जिले के बारे में बताने करने जा रहे हैं जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही मायका कैपिटल Koderma
इससे पहले यह हजारीबाग जिले का बहुत ही महत्वपूर्ण अनुमंडल हुआ करता था. और जिसे अभ्रक की राजधानी से भी जाना जाता है. वैसे कहावत यह भी है कि वर्षों पहले कोडरमा के ध्वजा धारी पर्वत पर महान तपस्वी कदरम ऋषि रहा करते थे और इन्हीं के नाम पर यह जिले के नाम कोडरमा पड़ा.
एक नज़र Koderma जिले के बारे में
- Koderma जिला की क्षेत्रफल की बात की जाए तो लगभग 1655 वर्ग किलोमीटर है.
- जनसंख्या की बात की जाए तो 2011 के जनगणना के अनुसार लगभग 7 लाख से अधिक था. जिसमे पुरुष 3,67,222 और महिला 3,49, 037 है.
- साक्षरता दर लगभग 66.84 है.
- Koderma जिला में लोकसभा की 1 सीट, विधानसभा की 1 सीट, तीन नगरपालिका, 6 प्रखंड, 109 पंचायत और 717 गांव है.
- Koderma जिला में हिंदी उर्दू और खोरठा बोली जाती है.
- Koderma जिला हजारीबाग जिले के तरह ही घने जंगलों से घिरा हुआ है.
Koderma जिला क्यों प्रसिद्ध है
झारखंड राज्य का Koderma जिला अभ्रख के लिए दुनिया भर में जाना जाता है. विशेष रूप से यह जिला रूबी अभ्रक के लिए काफी प्रसिद्ध है और यहां का अभ्रक दुनियाभर के कई देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है. और यह वही मायका है जिसे कॉस्मेटिक से लेकर शिप के पेंट के लिए यूज किया जाता है. इसकी शुरुआत जायदा 1918 में हुई थी. अंग्रेज के समय में रेलवे लाइन हावड़ा से दिल्ली लाइन का निर्माण हो रहा था उस समय जो फॉरेस्ट एरिया में लाइन जा रहा था उसमें मायका निकला तब से माइनिंग डिवेलप होना शुरू हुआ. 1960 से पहले कोडरमा का गोल्डन पीरियड कहा जाता था. जितने माइका एक्सपोर्ट इंडिया में होती थी सबसे जायदा रिवेन्यू पूरे देश में कोडरमा से जाता था. लेकिन 1980 में वन सुरक्षा अधिनियम लागू होने के बाद जंगल क्षेत्र और बाद में अन्य कारणों से जंगल के बाहर की खदान है बंद कर दी गई.
झुमरी तिलैया (Jhumri Telaiya Koderma) कोडरमा जिले का एक मुख्य शहर है. एक समय ऐसा था जब रेडियो के प्रोग्राम को काफी ज्यादा पसंद किया जाता था. और तब रेडियो पर टेलीकास्ट होने वाले प्रोग्राम विविध भारती पर अपने मनपसंद गाने की फरमाइश इसी शहर से सबसे ज्यादा हुआ करती थी. इस शहर के नाम पर ही कई सारे गाने भी बन चुके हैं.
कोडरमा में ही मौजूद है कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन के
( KTPS) जिसने लगातार बेहतर प्रदर्शन करके देश में टॉप 5 थर्मल पावर स्टेशन की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है और यह झारखंड राज्य को 666 किलोवाट विद्युत की आपूर्ति करता है. यहां 1000MW (2X500MW) बिजली की उत्पादन होती हैं.
Koderma में कितने प्रखंड है?
कोडरमा जिले में कुल 6 प्रखंड में 109 पंचायत और 717 गांव आते हैं.
1 कोडरमा प्रखंड
2 चंदवारा प्रखंड
3 डोमचांच प्रखंड
4 मरकच्चो प्रखंड
5 सतगावां प्रखंड
6 जयनगर प्रखंड
Koderma जिले में कितने नगर पालिका हैं?
कोडरमा जिले में तीन नगरपालिका है जो इस प्रकार है.
- नगर परिषद झुमरी तिलैया 2. नगर पंचायत डोमचांच 3. नगर पंचायत कोडरमा हैं.
Also read: झारखण्ड की नदियां
Koderma जिले का सीमा
जिला का सीमा पश्चिम में बिहार के गया जिला, पूर्व में गिरिडीह जिला, उत्तर में बिहार के नवादा जिला और दक्षिण में हजारीबाग जिला से घिरा हुआ है जिसकी क्षेत्रफल लगभग 1655 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है.
Koderma जिला का पर्यटक स्थल
कोडरमा जिला अपने प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है यहां अनेक प्रकार के पर्यटक स्थल है जो देखने योग्य है.
Koderma तिलैया डैम बांध:
तिलैया डैम कोडरमा में स्थित एक बहुत ही खूबसूरत बांध है इसका निर्माण 1953 में किया गया है बराकर नदी पर स्थित तिलैया डैम को दामोदर घाटी टीवीसी द्वारा आजाद भारत का पहला बांध बनाया गया है जिसका उद्घाटन आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया था. जिसकी लंबाई 12 फीट एवं ऊंचाई 99 फीट और 36 वर्ग फीट के क्षेत्र में एक सुंदर और आदर्श झील से घिरा हुआ है. यह डैम यहां के लोगों और आसपास जिले का पिकनिक स्पॉट है. यहां का लोकेशन फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए बेस्ट है. आपको यहां कई तरह के वाटर एक्टिविटी देखने को मिलेगी.
Koderma चंचला देवी शक्तिपीठ
कोडरमा गिरिडीह राजमार्ग पर स्थित मां चंचला देवी मंदिर यह शक्ति पीठ मां दुर्गा को समर्पित है. जो शहर से लगभग 33 किलोमीटर दूर है यहां मां चंचला देवी एक दुर्गा मां का ही रूप है. यह मंदिर एक गुफा में स्थित है जो पहाड़ पर लगभग 400 फीट की ऊंचाई पर स्थित है इस जगह में प्रवेश करना थोड़ा मुश्किल है. लेकिन फिर भी लोग प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को पूजा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं.
Also Read:
Also Read: जानिए अपने झारखंड की जनजाति और उनके परंपरा
Koderma घोड़सिमर धाम
कोडरमा जिले से लगभग 70 किलोमीटर दूर सतगांव प्रखंड के अंतर्गत सुधीरवर्ती इलाके में स्थित है. जहां एक पुरातात्विक धार्मिक स्थल है. जिसे देवघर धाम के नाम से भी जाना जाता है. या धाम पूरा नदी तक फैला हुआ है यहां जो शिवलिंग है वह 4 फिट लंबा है.
Also read: प्राकृतिक सौंदर्य की मिसाल है झारखण्ड की ये अनोखी घाटी
Koderma वृंदाहा जलप्रपात (Vrindha waterfall)
कोडरमा के जंगलों में पहाड़ियों के बीच कुदरत का खूबसूरत रचा हुआ एक नायाब करिश्मा जिसकी खूबसूरती देखकर मानव एक पल में ऐसा एहसास होगा जैसे हमारे जीवन की सारी परेशानियां पानी के साथ बहाकर ले गए. कोडरमा रेलवे स्टेशन से वृंदा जलप्रपात की 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसके अलावा धजा धारी धाम कोडरमा रिजर्व फॉरेस्ट और सतगामा पेट्रो वाटरफॉल भी घूम सकते हैं.
koderma: कोडरमा का राजनीतिक परिदृश्य
कोडरमा जिला के 29 साल के इतिहास का जब भी जिक्र होगा, इस दौर में राजनीतिक बदलाव की आहट पर जरूर बात होगी। इस जिले में तीन विधानसभा क्षेत्र कनेक्ट है. कोडरमा, बरकट्ठा और बरही. जबकि लोकसभा क्षेत्र कोडरमा के नाम से ही है. 1994 के बाद से यहां राजद का गढ़ रहा है. विधायक – मंत्री रहे स्व रमेश प्रसाद यादव के आकस्मिक मृत्यु के बाद राजद के समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने का कार्य उनकी पत्नी अन्नपूर्णा देवी ने किया। लेकिन 2014 में मोदी लहर पर सवार होकर डॉ नीरा यादव ने राजद की अन्नपूर्णा देवी को हरा कर राजनीतिक बदलाव की दस्तक दी. 2019 आते आते राजद के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाल रहीं अन्नपूर्णा देवी नें लोकसभा चुनाव के दौरान राजद छोड़ भाजपा में शामिल हो गयी. भाजपा ने उन्हें कोडरमा से टिकट दिया और भारी मतों से करीब साढ़े चार लाख से ज्यादा मतों सेसे करीब साढ़े चार लाख से ज्यादा मतों से विजयी हुई. हालांकि लोगों की उम्मीद थी कि अन्नपूर्णा देवी को मंत्री बनाया जाएगा, लेकिन मोदी सरकार में उन्हें जगह नही मिली. विधानसभा चुनाव में एकबार फिर भाजपा ने डॉ नीरा यादव को टिकट देकर मैदान में उतारा. उम्मीद जताया जा रहा था कि नेताविहीन राजद विधानसभा चुनाव में भाजपा के सामने कहीं नही टिकेगी. लेकिन राजद ने विधानसभा चुनाव में अपने मास्टरस्ट्रोक के जरिये भाजपा को जबरदस्त टक्कर दी. राजद के अमिताभ चौधरी ने कांटे की टक्कर दी। महज 1732 वोट के अंतर से डॉ नीरा यादव लगातार दूसरी बार विधायक बनीं. जबकि तीसरे नंबर पर भाजपा से बगावत कर आजसू प्रत्याशी बनीं शालिनी गुप्ता रहीं. फिलहाल लोकसभा और विधानसभा दोनों जगह भाजपा का कब्जा है. केंद्र में भाजपा की सरकार और राज्य में हेमंत सरकार है.
Koderma जिले के शिक्षण संस्थान
कोडरमा जिले मैं कई सारे शिक्षा संस्थान मौजूद है जो कि यहां के छात्रों को प्राथमिक और उच्च शिक्षा प्रदान कर ते हैं यहां की प्रमुख शिक्षा संस्थानों में से सैनिक स्कूल तिलैया, ग्रिजली विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, संत क्लेयर स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, जेजे कॉलेज झुमरीतिलैया, राजकीय पॉलिटेक्निक कोडरमा, आर आई टी कोडरमा और कैपिटल यूनिवर्सिटी प्रमुख शिक्षण संस्थान है.
Koderma जिले के स्वास्थ्य सेवा
जिले में राज्य सरकार द्वारा संचालित कोडरमा सदर अस्पताल है और इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैसे 6 हॉस्पिटल मौजूद है और साथ ही साथ निजी अस्पताल भी हैं. जिला के लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध है.
कैसे पहुंचे Koderma?
कोडरमा जिला सड़क और रेलवे मार्ग से अच्छी से जुड़ा हुआ है और यहां का नजदीक रेलवे स्टेशन Koderma जंक्शन रेलवे स्टेशन है. जो कि यह रेलवे नेटवर्क बडी शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और बात की जाए यहां की सड़क मार्ग की तो झारखंड की राजधानी रांची से कोडरमा की दूरी 165 किलोमीटर है और बिहार की राजधानी पटना से 163 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां जाने के लिए विभिन्न प्रकार के बस उपलब्ध है जिससे आप आसानी से कोडरमा पहुंच सकते हैं. अगर आप कोडरमा से है तो अपनी प्रतिक्रिया कमेंट करके जरूर बताएं, आपको कोडरमा में क्या अच्छा लगता है?